Monday 6 November 2017

विरुद्धान्न (Incompatible Foods) मतलब क्या? जानिये क्या कहता है आयुर्वेद?

 कोई भी दो अन्नपदार्थ एक साथ मिलाने के बाद, उनका संयोग (पचने के बाद ) शरीर के लिए हानिकारक  साबित हो रहा हो तो उन अन्नपदार्थोंको विरुद्धान्न  कहते है.

आजकल हम देखते है ब्रेकफास्ट के लिए दुध या चाय के साथ खारी, ब्रेड, पाव, बिस्किट्स, इत्यादि पदार्थ बड़े-छोटे सब  बहोत चाव से खाते है. दुध का प्राकृतिक रस मधुर है, और ऊपर दिए हुए सारे पदार्थोंमें नमक काफी मात्रा में होता है. आयुर्वेद के अनुसार दुध और नमक एकसाथ संयोग में   विरुद्धान्न होते है. दुध जो केवल अकेले सेवन करने पे फायदेमंद होता है, नमक के साथ शरीर में जाकर हानि करता है. ऐसे महत्वपूर्ण अन्नघटकोंका किसी भी पदार्थोंके साथ मिश्रण करते समय सावधानी बरतनी चाहिए नहीं तो उनके निरन्तर सेवन से शरीर पर  गंभीर परिणाम हो सकते है और इसी विषय का विश्लेषण विरुद्धान्न संकल्पना में किया है.


आइये देखते है कुछ विरुद्धान्न  सेवन के रोज के उदाहरण

१) दही को गरम करना.
होटल्स में और कई सारे घरो में  नॉनवेज (चिकन/मटन) बनाते समय लहसुन, दही आदि लगा कर उसे कुछ देर marinate कर रखा जाता है और उसके बाद उसे पकाया जाता है. वेजिटेबल बिरयानी में भी और अन्य कई सारे पदार्थो में पकने समय दही डाला जाता है जो की आयुर्वेद के अनुसार विरुद्धान्न  माना जाता है.

२) दुध और केले (Banana ) एकसाथ खाना-
दूध और केले एकसाथ खाना बहुत सामान्य है. पर दूध और केले एकसाथ काफी समय लगातार खाने से पाचनशक्ति मंद हो जाती, जो की खाये हुए खाने को भी ठीक तरह ना पचाते हुए आम की उत्पत्ति करता है. ये आम एक ऐसा विषैला पदार्थ है जो शरीर के स्त्रोतसो को जाम करता है, और अगर लम्बे समय के लिए यह आम शरीर में बना रहा तो सर्दी-जुखाम,अपचन, पेट का फूलना, त्वचारोग, इत्यादि का कारण भी बनता है.

३) दुध के साथ तरबूज या खरबूज  इत्यादि खाना-
दुध मधुर रसात्मक एवं  सौम्य रेचक है, और तरबूज या खरबूज अम्ल रसात्मक एवं मूत्रल होते है. जब आमाशय में ये दोनों पदार्थ एकसाथ मिलते है तब खरबूजोका अम्ल रस दुध के मधुर रस से मिलकर उसे घनीभूत (Curdling) बना देता है जो इस तैयार हुए मिश्रण को पचने में कठिन बनाता है और उसे आयुर्वेद के परिभाषा में विरुद्धान्न  बना देते है. इसीलिए आयुर्वेद ने दुध के साथ संतरा, मोसम्बी, अनानास, स्ट्रॉबेरी इत्यादि अम्ल रसात्मक फलोंका सेवन भी निषिद्ध माना है.

४) शहद को गर्म करना या किसी गर्म पदार्थ के साथ सेवन करना –
शहद को गर्म करना या किसी गर्म पदार्थ के साथ लम्बे समय के लिए निरंतर सेवन नहीं करना चाहिए. ये गर्म करने से या गर्म पदार्थ के साथ सेवन करने पर पेट में जाके चिपचिपे गोंद जैसे पदार्थ में रूपांतरित होकर पचने में कठिन बनता है तथा, स्त्रोतसो को जाम कर देता है जो की कुछ समय बाद आम की निर्मिति भी करने में कारणभूत बनता है. इसमें फिर चाय के साथ शहद मिलाकर पीना हो या फिर गर्म पानी के साथ शहद मिलाकर पीना हो, या किसी रेसिपी को बनाते समय उसमे शहद मिलाकर गर्म करना या पकाना हो, इन सभी को आयुर्वेद ने विरुद्धान्न मानते हुए सेहत के लिए हानिकारक माना  है.

नीचे हम कुछ अन्य विरुद्ध  खाद्य संयोजनों को सूचीबद्ध करते हैं जिन्हें टालना चाहिए

दूध (Milk ) के साथ विरुद्ध   है
मछली, अंडे, मांस, खरबूजे, केले, खिचर, दही, जामुन और खट्टे फल
खरबूजे (Melons) के साथ विरुद्ध  हैं
अनाज, स्टार्च, तला हुआ भोजन और पनीर

स्टार्क (Starches )के साथ विरुद्ध   हैं
अंडे, दूध, केला और छुहारे (Dates),

मूली (Radishes )के साथ विरुद्ध   हैं
दूध, केला और किशमिश

आलू, टमाटर, बैंगन, मिर्च के साथ विरुद्ध  हैं
दही, दूध, तरबूज, ककड़ी
अंडे (Eggs) विरुद्ध   हैं
दूध, मांस, दही, खरबूजे, पनीर, मछली, केला
आम (Mangos)के साथ विरुद्ध   हैं
दही, पनीर, ककड़ी
मकई (Corn) के साथ विरुद्ध  है
छुहारे (Dates), किशमिश, केले

नींबू (Lemon)के साथ विरुद्ध  है
दही, दूध, ककड़ी, टमाटर

• बासी खाना भी एक विरुद्ध  भोजन है।

ये दिए हुए खाद्य पदार्थ शरीर पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं बना सकते अगर-

१) व्यक्ति युवावस्था में है और उसका पाचनतंत्र मजबूत है.

२) व्यक्ति पर्याप्त व्यायाम करता है.

३) उस विरुद्धान्न  की मात्रा कम है.

लेकिन अगर मात्रा अधिक है और लम्बे समय के लिए लगातार सेवन किया जा रहा है तो निश्चित ही पाचनशक्ति को मंद कर आम की उत्पत्ति कर विभिन्न लक्षणोंका निर्माण शुरू कर देगा, और अगर ध्यान ना दिया तो गंभीर बीमारियोंको भी आमंत्रण देगा.
For English article click given link 
http://www.ayurbeej.in/2016/02/virudhanna-incompatible-food.html
आम चीज़े जो एकसाथ मिलाकर खाने से हो सकती है हानिकारक.आयुर्वेद कहता है इसे विरूद्ध आहार

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